उज्जैन। उज्जैन में जिला प्रशासन द्वारा कोरोना की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तगड़े इंतजाम कर लिए गए हैं। हालांकि लोगों को सतर्कता बरतते हुए यह कोशिश करना चाहिए कि उन्हें अस्पताल तक जाना ही नहीं पड़े।
उज्जैन में जिस रफ्तार से कोरोना मरीजों का आंकड़ा सामने आ रहा है, उसी रफ्तार से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से निपटने के लिए तैयारियां की जा रही है । उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने माधव नगर के साथ-साथ चरक भवन और आर्डी गार्डी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने कई मरीजों से बातचीत भी की। उज्जैन में जिला प्रशासन द्वारा आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं । हालांकि जरूरत इस बात की है कि लोग घरों में रहे और कोरोना वायरस बचे, क्योंकि अगर पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा इतनी ही तेजी से बढ़ता रहा तो आने वाले कुछ दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं।
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने उज्जैन शहर में कोरोना से निपटने के लिए निजी अस्पतालों पर भी कमान कस दी है। इसके अलावा अमलतास अस्पताल को भी शुरू करवा दिया गया है, इतना ही नहीं राजेंद्र जैन सूूरी भवन को भी क्वॉरेंटाइन मरीजों के लिए खोल दिया गया है । उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने लोगों से अपील की है कि इस विपरीत परिस्थिति में जिला प्रशासन और अपने परिवार की जिम्मेदारियों को देखते हुए लोग कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें।
– उज्जैन जिले में निजी और सरकारी अस्पताल में कुल आठ सौ बेड की सुविधा थी।
– माधव नगर और चरक भवन अस्पताल में कल से 40 बेड की सुविधा बढ़ा दी गई।
– आर्डी गार्डी म मेडिकल कॉलेज में 9 अप्रैल से 71 बेड और बढ़ जाएंगे ।
– अमलतास अस्पताल में 180 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।
– अस्पताल में आक्सीजन बेड बढाए गए हैं।
– निजी अस्पताल को भी कोरोना मरीजो से नियम अनुसार राशि लेने के निर्देश दिए गए है।
– कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के सख्त आदेश।